Financial का मतलब है – पैसा, धन, या वित्त और Planning का मतलब है – योजना बनाना। इस तरह फाइनेंसियल प्लानिंग (Financial Planning) का अर्थ है- वित्तीय नियोजन। अपने जीवन की सभी तरह की वित्त यानी धन सम्बन्धी आवश्यकताओ(financial needs) को पूरा करने की योजना (Plan) बनाना financial planning कहा जाता है।
Financial planning करने की क्या जरूरत है।
Financial Needs इस तरह होती है:
- Regular खर्च के लिए regular income
- Income की सुरक्षा जिससे कि हमे regular income प्राप्त होती रहे।(retirement के बाद के लिये income)
- Emergency Funds – किसी भी तरह केemergency situation या घटना। जैसे – financial crisis, accident, बीमारी, आदि के लिएfund की जरुरत।
- 4.Short Term और Long Term Life Goal
इस तरह financial needs व्यक्तिगत रूप से हम सभी की अलग-अलग हो सकती है। हर व्यक्ति के लिए अपनी financial needs को पूरा करना उसके जीवन का एक लक्ष्य होता है।
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आप की भी अपनी कुछ ऐसी ही financial needs जरूर होंगी। यही financial need हमे हमेशा काम करने और पैसे कमाने को प्रेरित करती है। इसीलिए हम सभी अपने career की शुरुआत से retirement तक लगातार काम करते रहते है ताकि हम अपने इन सभी financial needs को पूरा कर सके। इस लिए हमें financial planning की ज़रुरत होती है।
Financial Planning बनाना क्यों important है?
किसी भी काम में सफलता के लिए planning का सबसे अधिक महत्व होता है। Planning के महत्व को लेकर कहा जाता है की अगर तैयारी अच्छी हो तो लड़ाई में आधी जीत पहले ही निश्चित हो जाती है। हमारी भी आर्थिक सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि हमारे पास कोई financial plan है या नहीं।
Financial Planning के फायदे
एक अच्छी तरीके से तैयार किए गए financial plan के बहुत सारे फायदे (Benefits of Financial Planning) होते हैं, जैसे –
- Financial planning करने से हम अपने गैर जरुरी खर्चो को control कर सकते है। Expenses पर नजर रहती है और अनावश्यक खर्चे कम हो जाते हैं।
- अपने income और expenditure के बीच एक proper balance maintain कर सकते है।
- Saving करने और assets बनाने की आदत बनती है।
- फाइनेंसियल प्लान की help से हम अपने बचत के पैसो का बेहतर निवेश कर सकते है। ऐसे निवेश जिसमे कम से कम risk हो और हमें अधिक से अधिक return मिले जो हमारे आर्थिक लक्ष्यों को पूरा करने के लिए पर्याप्त हो।
- Financial plan से हमें proper tax planning, retirement planning और छोटे बड़े सभी financial goal पूरा करने में मदद मिलती है।
- .रिटायरमेंट के बाद की जिंदगी को financial security मिल जाती है।
- Financial planning की मदद से हम अपने परिवार और बच्चो के future को उचित बीमा राशी के कवर से एक आर्थिक सुरक्षा प्रदान कर सकते है ताकि किसी अनहोनी में परिवार वालो को किसी और से financial help ना लेनी पड़े।
- हम सभी best investment करना चाहते है। ऐसे में financial planning के अनुसार निवेश करने से हम अपने लिए best investment options को आसानी से चुन सकते है।
फाइनेंसियल प्लानिंग के स्टेप्स (Steps in Financial Planning Process)
फाइनेंसियल प्लानिंग के फायदे को समझने के बाद अब सबसे important question यह है की starting कहां से की जाए? तो आइए वित्तीय नियोजन की प्रक्रिया को समझे:
अपनी current financial status पहचाने
परिवार के सभी कमाने वालों की कमाई का हिसाब लगाएं और सारी financial जानकारियां जमा करें जैसे कि source of income, loan, assets, liabilities आदि। अब एक financial statement तैयार करें। इसके अंदर income, expenditure, assets, liabilities को अलग-अलग लिखें। इस statement के माध्यम से आपको अपनी current financial position की साफ-साफ तस्वीर मिल जाएगी।
अपने goals की पहचान करें
घर के हर member से present और future goals के बारे में पूछें। हर लक्ष्य की priority तय करें और उसके लिए समय तय करें। हर लक्ष्य के साथ उसका financial value लिख दे। यह सब करने पर आप अपने short term और long term goals की आसानी से पहचान कर पाएंगे और जान पाएंगे कि उसके लिए कितने पैसों की जरूरत होगी। यह बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी से आपको सही investment चुनने और तय समय में जरूरी कमाई करने में मदद मिलेगी। जिससे कि आप अपने लक्ष्य को हासिल कर सकें।
Goals और income के बीच के अंतर को पहचानना
एक बार जब आप अपने current financial status को देखकर assets, liabilities और savings के साथ भविष्य के लक्ष्यों की तुलना करते हैं तो आपको पैसों की कमी का अंदाजा लग जाएगा। इससे आप को साफ पता चल जाएगा की भविष्य में किसी खास लक्ष्य के लिए आपको कितनी रकम की आवश्यकता होगी। आप यह भी समझेंगे कि अगर बहुत बड़ा अंतर है तो आपको अपनी आय बढ़ानी होगी। आप पैसे कमाने के अन्य ऑनलाइन तरीकों की तलाश कर सकते हैं।
अपना personal financial plan बनाएं
एक बार financial requirement को समझ लेने के बाद share, equity mutual fund, PPF, bonds, term deposit जैसे विभिन्न investment options को देखना चाहिए। आपको पहचानना होगा की कौन सा investment combination आपकी जरूरतों को पूरा कर सकता है। आपके investment period आपके goal के समय के अनुसार ही होना चाहिए।
एक अन्य प्रकार की बचत योजना जिसमें आप नियमित अंतराल पर निवेश कर सकते हैं वह है चिट फंड। चिटफंड बचत योजना में, ग्राहकों का एक समूह हर महीने एक निश्चित राशि बचाता है। आप अपने वेतन से हर महीने चिट फंड में निवेश करने के लिए पैसे बचा सकते हैं। और जरूरत पड़ने पर आप किफायती दरों पर lumpsum amount उधार लेने के लिए बोली लगा सकते हैं। भगवान न करे अगर आप एक वित्तीय आपात स्थिति का सामना कर रहे हैं, तो चिट फंड आपको स्थिति से निपटने के लिए एक quick liquidity option देता है।
डिजिटलीकरण के साथ, चिट फंड ऑनलाइन हो गए हैं, जैसे द मनी क्लब जो एक डिजिटल चिट फंड प्लेटफॉर्म है। आप हर दिन, हर 3 दिन, 15 दिन या मासिक में एक छोटी राशि का निवेश कर सकते हैं और अपने निवेश पर उच्च return प्राप्त कर सकते हैं। आप कम से कम 200 रुपये की राशि से बचत शुरू कर सकते हैं। बैंक FD और RD से मिलने वाले रिटर्न से 3-4 गुना अधिक ब्याज भी कमा सकते हैं।
अपना financial plan लागू करें
अब plan पर काम करने का समय है। जरूरी documents इकट्ठा करें और काम शुरू करें। सबसे जरूरी है investment शुरू करें और अपने plan पर टिके रहें।
समय-समय पर अपने plan का review करना
आपने अपनी financial planning बनाई और उसे लागू भी किया। लेकिन फाइनेंसियल प्लानिंग एक बार का काम नहीं है। Planning की सफलता के लिए dedication के साथ समय-समय पर review जरूरी है। आपका investment कैसा perform कर रहा है ? उसके आधार पर आपको अपने current financial status, goal, और investment period में छोटे या बड़े changes करने के लिए तैयार रहना चाहिए। अगर आपको financial planning करने में कठिनाई आ रही हो तो आप किसी professional financial planner की मदद ले सकते हैं।